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*हिन्दू नरसंहार पर संयम अब बईमानी*

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 *कठिन और विभत्स प्रतिकार अनिवार्य*       *( आचार्य श्रीहरि )*  ===================== हिंदू नरसंहार पर संयम अब बईमानी, कठिन और विभत्स प्रतिकार और जवाब देना अनिवार्य है।कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के हाथों बलिदान हुए निर्दोष लोगों के प्रति आतंकियों के समर्थकों की सहानुभूति हो ही नहीं सकती है, ये हिंसक लोग है, ये विभत्स लोग हैं, ये मानवता विरोधी हैं, ये शांति के दुश्मन हैं, ये आधुनिक युग के रक्तपिशाचुओं के प्रतीक हैं, ये खून बहाकर, हत्या कर खुश होने वाले राक्षस हैं, खून बहाकर खुशियां मनाना इनका एजेंडा हैं। ये कोई पाशान युग के अनपढ गंवार या फिर सभ्यता के प्रकाश से पिछडे हुए लोग नहीं हैं। ये तो आधुनिक युग के बर्बर और हिंसक लोग हैं, ये पढ-लिखे भी हैं, ये आधुनिक हथियार चलाने के लिए प्रशिक्षित लोग हैं।                          इनका मजहब भी है, ये पूरी तरह से मजहबी लोग हैं, मजहब के हिसाब से ही ये सभी चीजों को देखते हैं, मजहब के हिसाब से ही खून करते हैं, बम फोडते है, हवाई जहाज उड़ाकर नष्ट करते हैं, स्...

विहिप का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन 25 अप्रैल को

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भारत के विरुद्ध पाक जिहादी युद्ध का कठोरतम जबाव जरूरी: विहिप नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन (@drskj01 ) ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुई भीषण आतंकी घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि इस्लामिक जिहादी पाकिस्तान व उसके कश्मीरी स्लीपर सेल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित कर घाटी में पुनः सिर उठाने का दुस्साहस करने वाले मजहबी आतंकवाद का समूल नाश हो।  उन्होंने कहा है कि कश्मीर घाटी के पहलगाम में जिस प्रकार यात्रियों के पेंट उतारकर, कलमा पूछ कर और आईडी चेक कर, जब यह सुनिश्चित हो गया कि वे मुस्लिम नहीं है, उनका नरसंहार किया गया, घोर निंदनीय है। इस अमानवीय घटना पर संपूर्ण देश स्तब्ध व आक्रोशित है। यह साफ दिखाई दे रहा है कि 1990 के आतंकवाद के दिनों की वापसी का दुस्साहस हो रहा है। डॉ जैन ने कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के स्लीपर सेल आज भी मौजूद हैं जो पाकिस्तान के इशारे पर कभी भी आतंकवाद के इन घृणित घटनाओं को करने के लिए तत्पर रहते हैं।  उन्होंने स्मरण कराया कि कुछ दिन पूर्व ही एक सांसद ने कहा था कि कश्मी...

मुर्शिदाबाद घटना की हो एनआईए से जांच : आलोक कुमार

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कोलकाता। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंदुओं की नृशंस हत्या, उपद्रव, आगजनी, हिंसा, लूटपाट और बड़े पैमाने पर पलायन की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा है कि विरोध प्रदर्शन तो देश भर में होते हैं लेकिन, हिंसा और हिंदुओं पर हमले व्यापक पैमाने पर बंगाल में ही क्यों होते हैं! उन्होंने मुर्शिदाबाद की संपूर्ण घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए से जांच की मांग करते हुए कहा कि मालदा में राहत शिविरों में रहने को मजबूर हिंदू समाज की सहायता के लिए आगे आने वाली संस्थाओं को सेवा से रोकना भी एक अमानवीय कृत्य है।   कोलकाता के अलीपुर स्थित भाषा भवन में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विहिप अध्यक्ष ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की कि हिंदुओं पर जगह-जगह हो रहे जिहादियों के हमलों पर मौन साधे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह तो कहती हैं कि ये हमले पूर्व नियोजित थे जिनमें विदेशी बांग्लादेशियों का हाथ है और यह मामला अंतरराष्ट्रीय है किंतु, फिर भी वे घटना की NIA से जांच की मांग क्यों नहीं करतीं? हमा...

49 वर्ष का हो जाएगा नोएडा प्राधिकरण: इसके वयस्क होने का प्रमाण क्या है ?

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  -राजेश बैरागी-  17 अप्रैल को नोएडा प्राधिकरण का 50 वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा।49 वर्ष पहले अस्तित्व में आए नोएडा प्राधिकरण ने दिल्ली से सटे हिंडन और यमुना नदी के इस दोआबे की तस्वीर और तकदीर बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बड़ी-बड़ी और बहुराष्ट्रीय सहित हजारों औद्योगिक इकाइयों, गगनचुंबी इमारतों, आलीशान भवनों और नामचीन संस्थानों वाले इस आधुनिक नगर को देखकर आधी शताब्दी पहले की स्थिति का आज अनुमान लगाया जाना संभव नहीं है।  प्राधिकरण के एक अधिकारी विजय रावल के अनुसार इसे लघु भारत कहा जाना उचित है। यहां समूचे भारत के प्रत्येक राज्य से आकर लोग रहते हैं। उनके सपनों ने यहां आकर साकार रूप लिया है। यहां उत्पादित सामान देश विदेश में उपयोग किए जाते हैं। देश भर के नागरिक यहां रहने में गर्व अनुभव करते हैं। क्या यह नोएडा शहर और प्राधिकरण के लिए भी गर्व की बात है? निस्संदेह राष्ट्रीय राजधानी के इतने निकट कोई भी ऐसा नगर नहीं है जहां सभी सुविधाएं एक स्थान पर उपलब्ध हों। अपनी विकास यात्रा में नोएडा प्राधिकरण और नोएडा नगर ने अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं। स्थापना के दो वर्ष बाद आयी देशव्यापी ...

शारदा वर्ल्ड स्कूल अर्ली लर्निंग सेंटर का प्रारंभिक शिक्षा में नए बदलाव की दिशा में एक नई शुरुआत

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  आगरा: शारदा ग्रुप ने आज आगरा में अपने पहले अर्ली लर्निंग सेंटर (ELC) के शुभारंभ के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया, जो प्रारंभिक बचपन की शिक्षा में ब्रांड के प्रवेश का संकेत देता है।यह पहल नवीन, अनुसंधान-समर्थित शिक्षण पद्धतियों के माध्यम से युवा मस्तिष्कों को पोषित करने के लिए शारदा ग्रुप की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। शारदा वर्ल्ड स्कूल अर्ली लर्निंग सेंटर (ELC) का उद्घाटन श्रीमती सीमा गुप्ता  के कर कमलों द्वारा हुआ । इस उपलब्धि पर फाउंडर शारदा ग्रुप  पी.के. गुप्ता  और  वाई.के.गुप्ता , प्रशांत गुप्ता जी (फाउंडर शारदा वर्ल्ड स्कूल व सीईओ शारदा ग्रुप), श्रीमती भावना गुप्ता , श्रीमती प्रियंका गुप्ता , ऋषभ गुप्ता , अदिति गुप्ता और आस्था (हेड- शारदा वर्ल्ड स्कूल अर्ली लर्निंग सेंटर) उपस्थित रहे एवं इस प्रयास को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभाहक और आगरा के प्रतिष्ठित एवं गढ़मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। शारदा वर्ल्ड स्कूल अर्ली लर्निंग सेंटर (ELC) ईएलसी को 1.8 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसे विश्व स्त...

*हिंदुओं की सुरक्षा, हिंसा व भड़काऊ वक्तव्यों पर रोक, पीड़ितों को मुआवजा व हमलावरों तथा हत्यारों पर कठोर कार्यवाही तुरंत हो: विहिप*

सिलीगुड़ी । विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) श्री मिलिंद परांडे ने सिलीगुड़ी महानगर के नागरिकों और पश्चिम बंगाल के सभी लोगों को पोइला बैशाख और शुवो नववर्ष 1432 बंगाबद के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि पश्चिम बंगाल में शांति, व्यवस्था और कानून का राज स्थापित हो तथा वक्फ कानून के विरुद्ध प्रदर्शन के नाम पर राज्य के हिंदुओं के जीवन और संपत्तियों पर जिहादी हमले शीघ्र बंद होंगे । आज विहिप के सिलीगुड़ी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के मंत्री  सिद्दीकुल्ला चौधरी का भड़काऊ बयान निंदनीय है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। मुर्शिदाबाद के धुलियान, सुती, शमशेरगंज में हिंदुओं पर हुए हमले निंदनीय हैं। जिहादी हमलों में मारे गए  हरगोविंद दास और  चंदन दास के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। साथ ही दोषियों को मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। अपने ही राज्य में शरणार्थी बनने को मजबूर बंगाली हिंदू जो मुर्शिदाबाद से मालदा में शरण लिए हुए हैं, उन्हें उनके शीघ्र पुनर्वास और मुआवजा दिए जाने की मांग की।...

जन समस्याओं का समाधान — मारहरा में न्याय की एक ऐतिहासिक पहल

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 एटा : 13 अप्रैल  को मारहरा की धरती  पर एक नई सामाजिक चेतना की साक्षी बनी। रानी अवंती बाई इंटर कॉलेज का प्रांगण उस दिन केवल एक विद्यालय का परिसर नहीं रहा—वह जन आकांक्षाओं, सामाजिक न्याय, और नारी सशक्तिकरण की पुकार का मंच बन गया। यह अवसर था सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड द्वारा आयोजित "जन समस्या निवारण कार्यक्रम" का, जो गाँव-गाँव से आए नागरिकों के लिए एक आशा की किरण साबित हुआ। कार्यक्रम की सूत्रधार थीं डॉ. कुसुम पथरिया, राष्ट्रीय अध्यक्षा (महिला प्रकोष्ठ), जिनके वर्षों के संघर्ष और समर्पण ने इस आयोजन को आकार दिया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि—“शिक्षा समाज का दीपक है, और न्याय उसकी लौ। जब तक शिक्षा और न्याय अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुँचेंगे, तब तक विकास अधूरा रहेगा।” इस गरिमामयी आयोजन में दो मुख्य अतिथि मंच पर विराजमान रहे:डॉ. एन.पी. आनंद, संस्थापक एवं महा निदेशक (राष्ट्रीय), अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया, जगमोहन गुप्ता, एस.डी.एम., सदर, एटा (उत्तर प्रदेश) डॉ. एन.पी. आनंद ने अपने विचारों में बताया कि यह बोर्ड केवल एक संस्था नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जिसका उद्देश...