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नवरत्न फाउंडेशन्स द्वारा विद्या एंड चाइल्ड स्कूल के आर्थिक रूप से कमजोर एवं वंचित 100 बच्चों को यूनिफार्म गर्म स्वेटर्स का वितरण

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*पेट्रोनेट शीत कवच-2025 अभियान जारी * नोएडा : कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरते बच्चों को सर्दी से राहत देने के जारी अभियान *पेट्रोनेट शीत कवच* के अंतर्गत आज *नवरत्न फाउंडेशन्स* द्वारा नोएडा के सेक्टर 37 की हरिजन कॉलोनी में स्थित *विद्या एंड चाइल्ड स्कूल* के आर्थिक रूप से कमजोर एवं वंचित 100 बच्चों को *यूनिफार्म गर्म स्वेटर्स* का वितरण किया गया.  इस अवसर पर नवरत्न के अध्यक्ष डॉ. अशोक श्रीवास्तव, व विद्या एंड चाइल्ड की इंचार्ज श्रीमती रश्मि जोशी एवं विकास सर  और अजय मिश्रा उपस्थित रहे. 

सेल ने महाकुंभ मेला के लिए 45,000 टन स्टील की आपूर्ति की

    नई दिल्ली  :   भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक महारत्न कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने प्रयागराज में आयोजित होने वाले आगामी महाकुंभ मेला  2025  के लिए लगभग  45,000  टन स्टील की आपूर्ति की है। कंपनी द्वारा आपूर्ति की गई स्टील की कुल मात्रा में चेकर्ड प्लेट ,  हॉट स्ट्रिप मिल प्लेट ,  माइल्ड स्टील प्लेट ,  एंगल और जॉइस्ट शामिल हैं। सेल ने इससे पहले भी  2013  के प्रयागराज महाकुंभ मेले के दौरान भी स्टील की आपूर्ति की थी ,  जो इस महत्वपूर्ण सार्वजनिक आयोजन के लिए कंपनी के निरंतर योगदान को दर्शाता है। सेल द्वारा आपूर्ति की गई स्टील महाकुंभ मेला -  2025  के सुचारू और सफल संचालन के लिए आवश्यक विभिन्न अस्थायी संरचनाओं के निर्माण में किया गया है। इनमें पोंटून पुल ,  आवागमन मार्ग ,  अस्थायी स्टील पुल ,  सबस्टेशन और फ्लाईओवर शामिल हैं। इस स्टील आपूर्ति के प्रमुख कस्टमर्स में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ,  उत्तर प्रदेश राज्य पुल निगम ,  विद्युत बोर्ड और ...

*विद्याधारा* स्कूल के आर्थिक रूप से कमजोर एवं वंचित बच्चों को *120 यूनिफार्म गर्म स्वेटर्स* का वितरण

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 *नवरत्न फाउंडेशन्स* द्वारा पेट्रोनेट शीत कवच-2025 अभियान  नोएडा  *कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरते बच्चों को सर्दी से राहत* देने के अभियान *पेट्रोनेट शीत कवच* के अंतर्गत आज *नवरत्न फाउंडेशन्स* ने ग्राम होशियार पुर मे *नारी प्रगति सोशल फाउंडेशन* के *विद्याधारा* स्कूल के आर्थिक रूप से कमजोर एवं वंचित बच्चों को *120 यूनिफार्म गर्म स्वेटर्स* का वितरण किया गया. सूती टी-शर्ट पर बच्चों ने झट से स्वेटर पहन लिये और मुस्कराने लगे.  इस अवसर पर नवरत्न के अध्यक्ष डॉ. अशोक श्रीवास्तव, नारी प्रगति सोशल फाउंडेशन की अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी त्यागी के संग श्रीमती वनिता सोपोरी, नीरू जी उपस्थित रहीं. इस वितरण कार्यक्रम मे अजय मिश्र जी का भी अहम् योगदान रहा. 

*बीकानेर हाउस के संडे मार्किट में छाई विभिन्न संगीत वाद्यों की गूंज*

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दिल्ली ड्रम सर्कल के तालवादकों द्वारा अपने ताल वादन से प्रसिद्ध तबला वादक स्वर्गीय जाकिर हुसैन को दी श्रद्धांजलि  नई दिल्ली: बीकानेर हाउस में हर रविवार को लगने वाली संडे मार्केट में इस रविवार विभिन्न संगीत वाद्यो की गूंज ने उपस्थित आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिल्ली की गुलाबी ठंड के इस मौसम में सैकड़ों पर्यटकों और आगंतुकों ने संडे मार्किट में आकर विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रमों का आनंद लिया। आवासीय आयुक्त कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि इस साप्ताहिक संडे मार्किट में विभिन्न आयु वर्गो लोगों के आकर्षण के लिए बीकानेर हाउस को नए वर्ष की थीम के अनुसार सजाया गया था। आगंतुकों के मनोरंजन के लिए प्रसिद्ध दिल्ली ड्रम सर्कल के तालवादकों द्वारा तबलों पर एक विशेष प्रस्तुति आयोजित की। यह प्रस्तुति तबला वादक जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि के रूप में आयोजित की गई थी। इसके अतिरिक्त इस संगीतमय प्रदर्शन में सैक्सोफोन वादक के साथ तालवादकों का एक समूह शामिल था।  उन्होंने बताया कि इस वर्ष के अंतिम रविवार को आयोजित इस साप्ताहिक बाजार में विभिन्न वर्गो की सैकड़ों की भीड़ और सर्दी की मौसम को देखते हुए विभ...

सुपरस्टार रजनीकांत ने विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश को भेंट की परमहंस योगानन्द की “ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी (योगी कथामृत)"

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  नई दिल्ली : हाल ही में विश्व शतरंज चैंपियन बने डी गुकेश जब अपने परिवार के साथ भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत से मिले तो उन्हें परमहंस योगानन्दजी की “ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी” पुस्तक भेंट में मिली।   अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर, 18 वर्षीय गुकेश दोम्माराजू ने साझा किया : “सुपरस्टार @रजनीकांत सर को आपकी हार्दिक शुभकामनाओं और आमंत्रित करने, समय बिताने और हमारे साथ अपना ज्ञान साझा करने के लिए धन्यवाद!”   सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन गुकेश की यह पोस्ट वायरल हो गई है। इसमें गुकेश सुपरस्टार रजनीकांत के साथ खड़े योगानन्दजी की “ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी” हाथ में लिए नज़र आते हैं।   “ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी” के बारे में :  योगानन्दजी की पुस्तक योगी कथामृत—विश्व के सर्वाधिक प्रशंसित आध्यात्मिक गौरव ग्रन्थों में से एक — सन् 1946 में प्रकाशित की गयी थी और जिसकी 75वीं जयन्ती मनाई जा चुकी है। 14 भारतीय भाषाओं सहित सम्पूर्ण विश्व की 50 से अधिक भाषाओं में अनुवादित, श्री श्री परमहंस योगानन्द का जीवन वृत्तान्त, आधुनिक युग की एक महान् आध्यात्मिक विभूति का च...

5 जनवरी को विजयवाडा से होगा मन्दिरों के सरकारी नियंत्रण से मुक्ति का शंखनाद

*विहिप ने की देशव्यापी जन-जागरण अभियान की घोषणा* नई दिल्ली । हिन्दू मन्दिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति हेतु विश्व हिन्दू परिषद ने गुरुवार को देश व्यापी जन-जागरण अभियान की घोषणा कर दी है। विश्व हिन्दू परिषद के संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आज कहा कि अब सभी राज्य सरकारों को मंदिरों के नियंत्रण, प्रबंधन और दैनंदिनी कार्यों से स्वयं को अविलंब अलग कर लेना चाहिए क्योंकि उनका यह कार्य हिंदू समाज के प्रति भेदभाव पूर्ण है। पूज्य संतों और हिंदू समाज के श्रेष्ठ लोगों की अगुवाई में आगामी 5 जनवरी से इस संबंध में हम एक देश व्यापी जन जागरण अभियान को प्रारम्भ करने जा रहे। इस अखिल भारतीय अभियान का शंखनाद आन्ध्र प्रदेश के विजयवाडा में आयोजित ‘हैंदव शंखारावम’ नामक लाखों लोगों के विशेष व विराट समागम में होगा। विहिप संगठन महामंत्री ने कहा कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की स्वाधीनता के उपरांत जिस हिन्दु-द्रोही काम पर विराम लग जाना चाहिए था, अर्थात मंदिरों को हिंदू समाज को सौंप देना चाहिए था, एक के बाद एक अनेक राज्य सरकारें संविधान के अनुच्छेद 12, 25 और 26 की अनदेखी...

*सेक्टर 122 में मनाया गया प्रथम विश्व ध्यान दिवस *

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नोएडा : सेक्टर 122 में आज प्रथम विश्व ध्यान दिवस हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया.   विदित है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है. अब 21 दिसंबर को प्रति बर्ष इंटरनेशनल मैडिटेशन डे मनाया जायेगा क्योंकि यह दिन वर्ष का सबसे छोटा दिन (Winter Solstice) होता है.यह दिन प्रतीकात्मक रूप से अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा का प्रतिनिधित्व करता है, जो ध्यान और आत्म-अन्वेषण के लिए आदर्श समय माना जाता है.  आवासीय कल्याण संगठन के अध्यक्ष डॉ उमेश शर्मा ने बताया 21 दिसंबर को ध्यान करने का महत्व:  1. आत्म-चिंतन और नवीकरण: यह समय आत्म-मूल्यांकन और नए संकल्प लेने का होता है.सर्दियों के इस चरण में लोग आत्मनिरीक्षण करते हैं और आंतरिक शांति पाने के लिए ध्यान करते हैं.  2. ऊर्जा संतुलन:इस दिन ध्यान करने से व्यक्ति की ऊर्जा संतुलित होती है और मानसिक स्पष्टता मिलती है.  3. प्राकृतिक तालमेल:प्रकृति के इस परिवर्तनकारी चरण में ध्यान करना आपको ब्रह्मांड की लय के साथ जोड़ता है, जिससे आप अधिक केंद्रित और शांत महसूस करते हैं.  4. नकारात्मकता का अंत: अंधकार के इस चरण के ...