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कर्णप्रिय कविताओं पर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा पंडाल

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हिंदी नववर्ष पर सेक्टर 122 में कवि सम्मेलन नोएडा : हिन्दी नववर्ष के शुभ अवसर पर विश्व हिंदी परिषद, नोएडा संभाग द्वारा एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। "विश्व कल्याण में भारतीय संस्कृति और हिंदी का योगदान" विषय पर आधारित इस कवि सम्मेलन का आयोजन नोएडा कम्युनिटी सेंटर, सेक्टर-122 में किया गया। इस अवसर पर देश के प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांधा और हिंदी भाषा एवं भारतीय संस्कृति की महत्ता को प्रभावशाली अंदाज में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक भारतीय नृत्य "भरतनाट्यम" से हुई, जिसे युवा बालिकाओं ने प्रस्तुत किया। इसके बाद बाल कलाकार हिरत सिसोदिया ने अपनी मधुर आवाज में राधे श्याम को समर्पित आध्यात्मिक गीत प्रस्तुत किया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महेश शर्मा, लोकसभा सदस्य और संगीता बलवंत, राज्यसभा सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के उत्थान में ऐसे आयोजनों की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ व...

बजरंग दल मालवा प्रांत ने आयोजित किया कार्यकर्ताओं का विराट “शौर्य कुंभ”

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इंदौर 51 हजार युवाओं ने नशा मुक्त भारत बनाने का एवं भारत में बढ़ती जनसंख्या असंतुलन को संतुलित करने का तीन बच्चे का जन्म हिन्दू परिवार में हो ऐसा संकल्प लिया इंदौर के नेहरू स्टेडियम में बजरंग दल के हजारों कार्यकर्ताओं का एकत्रीकरण जगतगुरु स्वामी प्रज्ञानंद सरस्वती जी महाराज एवम संतों की गरिमामय उपस्थिति में  हुआ। इंदौर के पांच अलग-अलग स्थान चिमनबाग मैदान से इंदौर विभाग, एम जी एम मेडिकल कॉलेज से शाजापुर विभाग,  होलकर कॉलेज ग्राउंड से खरगोन ,धार ,रतलाम विभाग के कार्यकर्ता इंदौर समाचार मैदान से उज्जैन,मंदसौर विभाग के कार्यकर्ता मोदी का भट्टा सवांद नगर से, खण्डवा विभाग के कार्यकर्ता शौर्य यात्रा में हजारों की संख्या में नेहरू स्टेडियम पहुंचे जहां भव्य सभा को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठन महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने कहा कि बड़ी चिंता का विषय है हमारी सफलता हमारा बल, शौर्य नशे के कारण युवा पीढ़ी का प्रचंड नुकसान हो रहा है और जागरूकता से ही नशे को रोका जा सकता है।  हमारे अनेकों व्यपार हिंदू समाज के हाथ से निकलते जा रहे हैं । हर हिंदू अपनी संस्कृति का क...

सांसद राजीव प्रताप रूडी ने विमानन क्षेत्र की चुनौतियों को किया उजागर

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  महँगी हवाई यात्रा पर लोकसभा में गूंज          नालंदा ,  भागलपुर और पटना के निकट एक नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की की मांग को भी जोरदार ढंग से उठाया ·        नई दिल्ली   । लोकसभा में सारण सांसद एवं पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राजीव प्रताप रूडी ने भारतीय विमानन क्षेत्र में हवाई किराए में अनियंत्रित वृद्धि ,  बुनियादी ढाँचे की कमियाँ और नियामक तंत्र की अक्षमता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। श्री रूडी ने बिहार में नालंदा ,  भागलपुर और पटना के निकट एक नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आवश्यकता को जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य में हवाई संपर्क को बढ़ाने के लिए यह कदम बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ,  उन्होंने प्रधानमंत्री को नागरिक विमानन क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि सरकार की यह पहल आने वाले समय में देश के आर्थिक विकास और हवाई यात्रा की सुलभता के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। श्री रूडी ने कहा कि भारत का विमानन क्षेत्र पिछले दो दशकों में तेजी से बढ़ा है ,  लेकिन...

बजट में दिल्ली के अधिकांश कामगारों की समस्या का समाधान नहीं

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  नई दिल्ली।  दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, जिनके पास वित्त विभाग भी है, उनके द्वारा प्रस्तुत बजट में दिल्ली के अधिकांश कामगारों की समस्या का समाधान नहीं किया गया है। दिल्ली के संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने बजट पेश किए जाने से कई दिन पहले ही मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगें रखी थीं। इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए सामाजिक कल्याण पेंशन, शहरी रोजगार गारंटी योजना, न्यूनतम मजदूरी में संशोधन, औद्योगिक सुरक्षा के लिए आवंटन, राशन प्रणाली को मजबूत करने और महिला कामगारों के लिए समान मजदूरी, सुरक्षित और व्यवहार्य परिवहन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की मांग की गई थी। सीटू द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार अपने बढ़ते गिग वर्कफोर्स, वेंडर्स और असंगठित क्षेत्र के कामगारों के संदर्भ में यह बजट कोई राहत नहीं देता। यदि सरकार अपने नागरिकों के कल्याण का ख्याल रखने वाला विकास प्रशासन स्थापित करना चाहती है, तो सभी क्षेत्रों में खाली पड़े सरकारी पदों को भरा जाना चाहिए था। एक तरफ पी.एम.जे.ए.वाई  के लिए जोर देने से निजी स्वास्थ्य प्रदाताओं को प्रोत्साहन ...

हयातपुर में 'नई सोच, नया संकल्प’ के साथ गांव के बदलाव के लिए पहुंची न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड

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I एटा। गाँवों की धूलभरी पगडंडियों और सरसों की खिलती पांतों के बीच यदि कोई आवाज़ गूंजती है, तो वह होती है बदलाव की  और यही बदलाव लेकर पहुँचीं सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कुसुम पथरिया, जब उन्होंने एटा जनपद के ’हयातपुर गाँव’ में एक जनसभा और संवाद।  कार्यक्रम की शुरुआत समाज के उन स्तंभों को नमन कर हुई, जिन्होंने वर्षों से चुपचाप सेवा और सहनशीलता से समाज का मार्ग प्रशस्त किया है। बुज़ुर्गों को शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया, वहीं गाँव की परिश्रमी महिलाओं को मंच पर आमंत्रित कर उनके योगदान की सराहना की गई। यह केवल एक सांकेतिक सम्मान नहीं था, बल्कि यह उस विचार का प्रतीक था कि हर महिला और हर बुजुर्ग समाज की आत्मा हैं। बैठक में डॉ. पथरिया ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम उस विचार पर चर्चा कर रहे हैं, जिसकी जड़ें केवल नारी जीवन में नहीं, बल्कि पूरे समाज के ताने-बाने में गहरी पैठ रखती हैं  महिला सशक्तिकरण। यह कोई नारा नहीं, बल्कि वह चेतना है, जो प्रत्येक महिला को अपने स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करती है।   उन्होंने...

गोकनी गांव में बोर्ड की ऐतिहासिक बैठक , महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक पहल

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  एटा - ग्राम्य जीवन की पगडंडियों पर चलते हुए जब समाज का सूरज प्रगति की नई किरणें बिखेरता है, तब यह आवश्यक हो जाता है कि उन प्रयासों को रेखांकित किया जाए, जो उस उजाले को संभव बनाते हैं। एटा जनपद के गोकनी गांव में ऐसा ही एक ऐतिहासिक अवसर सामने आया, जब सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कुसुम पथरिया के नेतृत्व में एक महत्त्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह सामाजिक चेतना और महिला सशक्तिकरण की ओर एक सार्थक पहल भी थी। बैठक की शुरुआत ग्राम की महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान से हुई। बुज़ुर्गों को शॉल ओढ़ाकर आदर प्रकट किया गया और महिलाओं के योगदान को सराहा गया। यह सम्मान केवल औपचारिक नहीं था, बल्कि समाज के उस मौन तप को नमन था, जो वर्षों से बिना किसी अपेक्षा के समाज को गढ़ने में रत रहा है। बैठक में डॉ. कुसुम पथरिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं एक ऐसे विषय पर बात करने आई हूँ, जो न केवल हमारे समाज, बल्कि हमारी पूरी दुनिया को बदलने की शक्ति रखता है - महिला सशक्तिकरण। यह सि...

रोचक व आनंददायक कविताओं के माध्यम से अपने आसपास की दुनिया से परिचित होंगे बच्चे

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  एस एन वर्मा  नई दिल्ली : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) बहुभाषिकता की शक्ति और प्राथमिक शिक्षा में बच्चों की भाषाओं को शामिल करने के महत्व के साथ-साथ सार्वभौमिक और उच्च-गुणवत्ता वाली प्रारंभिक बाल शिक्षा के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर   दे रही है। इसी विजन को पूरा करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में नर्सरी कविताओं का एक संग्रह तैयार करने के लिए " बालपन की कविता पहल: छोटे बच्चों के लिए भारतीय कविताओं को पुनर्स्थापित करना " शुरू किया है।  शिक्षा मंत्रालय के अनुसार इस पहल का उद्देश्य छोटे बच्चे को अपनी मातृभाषा में रोचक और आनंददायक कविताओं के माध्यम से अपने आसपास की दुनिया से परिचित कराना है ताकि उनका फाउंडेशन्स मजबूत हो सके।  इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए मंत्रालय एक प्रतियोगिता का आयोजन भी कर रही है।प्रतिभागी तीन श्रेणियों के तहत लोकगीतों में प्रचलित मौजूदा कविताएँ लेखक का नाम बताते हुए या नई रचित आनंददायक कविताएँ भेज सकते हैं।  प्रविष्टियाँ सभी भारतीय भाषाओं (भारतीय भाषा) में तथा अंग्रेजी में भी आमंत्रित की जाती हैं. इसमें क्षेत्रीय...