ग्राहकों के आग्रह पर एक दिन और चलेगा आईएचजीएफ मेला : राकेश कुमार
नियम तोड़ने वाले 31 प्रतिभागियों को नोटिस जारी : महानिदेशक
नई दिल्ली। वर्चुअल मोड पर आयोजित 49वें आईएचजीएफ दिल्ली मेले में
प्रतिभागियों की भारी संख्या की वजह से उन्हें 20 हॉल्स में रखा गया है। 19 जुलाई तक चलने वाले इस मेले में पूरी दुनिया से ग्राहक शामिल हो रहे हैं। ऐसे में प्रतिभागियों और ग्राहकों दोनों ने आग्रह पर मेले को एक दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है। यह जानकारी हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के महानिदेशक राकेश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि मेला आयोजन समिति के फैसले के बाद अब यह मेला अब 20 जुलाई को 11 बजे सुबह तक खुला रहेगा।
ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि मेले में बड़ी संख्या में ईपीसीएच के सदस्य निर्यातक देश के कोने-कोने से हिस्सा ले रहे हैं। ईपीसीएच ने सदस्य प्रतिभागियों के लिए कुछ नियम, कायदे, शर्तें और प्रोटोकाल रखे गए हैं, जिसके लिए हर सदस्य प्रतिभागी बाध्य है। आयोजन के पहले दिन ईपीसीएच के संज्ञान में आया कि कुछ प्रतिभागियों ने प्रतिभाग के बहुत से नियमों तोड़े हैं। उन्होंने नियम कानून को तोड़ते हुए दूसरे प्रतिभागियों के बूथ पर जाकर उनकी डिजाइन की नकल उतारने या कैटेलॉग को डाउनलोड करने की कोशिश की है, जो नियमों का गंभीर उल्लंघन है। इससे पीड़ित प्रतिभागियों की शिकायत पर नियम तोड़ने वाले 31 प्रतिभागियों को नोटिस जारी की गयी है।
राकेश कुमार ने बताया कि जम्मू कश्मीर के हस्तशिल्प और कला को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष थीम डिस्प्ले वर्चुअल मोड पर किया गया है। इस वर्चुअल प्लेटफार्म पर 35 से ज्यादा कारीगर और उद्यमी कश्मीर के हस्तशिल्प का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें होम फर्निशिंग, टेक्सटाइल, कालीन,
पेपियर मैशे, फैशन एसेसरीज और लकड़ी के हस्तशिल्प शामिल हैं। इस थीम पैवेलियन का उद्घाटन जम्मू कश्मीर के इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स विभाग के आयुक्त सचिव मनोज द्विवेदी ने किया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के समय में ये बहुत अच्छी शुरुआत है। इस संकटकाल में पूरा निर्यातक समुदाय, व्यापारी वर्ग और हस्तशिल्प सेक्टर से जुड़े कारीगर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इस तरह के वर्चुअल मेले उनकी मदद करेंगे और उनके व्यापार को जीवित रखने में सहायक साबित होंगे।
कश्मीर के हस्तशिल्प एवं हथकरघा निदेशक मुसर्रत-उल-इस्लाम ने उम्मीद जताई कि दुनिया के सबसे बेहतरीन हस्तशिल्प और हथकरघा सामग्रियों के जरिए जम्मू-कश्मीर के निर्यातकों ने वैश्विक बाजार में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। इस मेले के जरिए वे दुनियाभर के ग्राहकों से जुड़ सकेंगे और उन्हें अपने उत्पाद बेचने के लिए नए बाजार हासिल होंगे। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के जम्मू और कश्मीर के सीओए सदस्य अरशद मीर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की परंपरागत कला से इकोफ्रेंडली और प्राकृतिक सामग्रियों से बने माडर्न डिजाइन की पूरे देश और दुनिया में बहुत मांग है।
वर्चुअल मोड पर आईएचजीएफ दिल्ली मेले के 49वें संस्करण के दूसरे दिन फैशन शो में नोएडा की शाजुकी, बिगडी बाय बोनाफाइड, दिल्ली की मेसर्स जीआर क्रिएशन्स, नई दिल्ली की ओल्ड विलेज ओवरसीज, जयपुर की मेडेलियन, नई दिल्ली की ब्रेड्स किंगडम और सेहज इंप्लेक्स ब्रांड्स के उत्पादों का मॉडल्स ने प्रदर्शन किया। इन कंपनियों के जिन उत्पादों का प्रदर्शन किया गया, इनमें ज्वैलरी, रिसोर्ट वेयर, चमड़े के बैग, स्कार्फ, मास्क, इंब्रायडरी बैग विद डिलेकेट ज्वैलरी, मेटल ज्वैली, और इंब्रायडरी अड्डा ज्वैलरी शामिल हैं।