कृषि बिल के खिलाफ चक्काजाम, दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान

 किसानों के आंदोलन को कई राजनीतिक संगठनों ने भी दिया समर्थन 


नोएडा। कृषि बिल के खिलाफ देशव्यापी बंद के तहत शुक्रवार को यहां भी किसानों ने जगह-जगह रास्ता जाम किया और धरना दिया। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत अन्य किसान संगठनों के आह्वान पर सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर नोएडा-ग्रेटर एक्सप्रेस वे और यमुना एक्सप्रेस वे को जाम कर दिया। किसानों ने दिल्ली का रुख किया, लेकिन नोएडा एंट्री प्वाइंट पर भारी संख्या में तैनात पुलिस फोर्स ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक लिया गया। उसके बाद किसान सेक्टर-14ए पर नारेबाजी करते हुए घरने पर बैठ गए। भाकियू की तरफ से साफ कर दिया गया कि किसानों के समर्थन में मजबूत तरीके से आंदोलन करेंगे। जिले से किसी भी नेशनल व राज्य हाइवे से वाहनों को नहीं गुजरने दिया जाएगा।     


भाकियू के एनसीआर अध्यक्ष सुभाष चौधरी ने कहा कि आंदोलन किसी आम आदमी को परेशान करने के लिए नहीं है। यह लाचार किसानों की हक की लड़ाई का है, जो शहरों में रहने वाले लोगों को भर पेट अनाज उपलब्ध कराने के लिए हर मौसम में दिन रात मेहनत करते हैं। इसलिए किसानों के साथ श्रमिक व अन्य लोगों से अपील है कि वे आंदोलन को समर्थन दें। 


किसानों के आंदोलन के मद्देनजर प्रशासन पहले से ही एलर्ट था। उनका मानना है कि किसानों के सड़कों पर उतरने की वजह से यातायात बाधित होने के साथ ही टकराव की स्थिति बन सकती है। इसलिए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई थी। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी चौकस थे।


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