कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली जाने पर अड़े किसान, दिनभर जाम रहा चिल्ला बॉर्डर
नोएडा और दिल्ली पुलिस ने किसानों से बात कर दिल्ली से नोएडा आने वाला रूट खुलवाया
नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (भानु ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि भारत सरकार किसान आयोग का गठन करे, जिसमें ब्यूरोक्रेट और नेता शामिल न हों। उसमें किसान संगठन के लोगों को शामिल किया जाए और यही लोग फसल का दाम तय करें। केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ ठाकुर भानु प्रताप सिंह मंगलवार की शाम से ही चिल्लाा बार्डर पर जमे हुए हैं। वह संसद और जन्तर मंतर जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाकर किसानों को रोक दिया है। किसानों ने दिल्ली के चिल्ला बार्डर को जाम कर दिया। इससे नोएडा और दिल्ली के लोग हलकान रहे। यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ। लोग जाम में फंसे रहे। दोपहर बाद नोएडा और दिल्ली पुलिस ने किसानों से बात कर दिल्ली से नोएडा आने वाली सड़क को खुलवाया, उसके बाद थोड़ी राहत हुई। किसान फिलहाल नोएडा से दिल्ली जाने वाली सड़क पर बैठे हुए हैं।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली कूच करने के लिए बड़ी संख्या में किसान मंगलवारर की शाम ही चिल्ला बार्डर पर पहुंच गए। लेकिन, पुलिस ने बैरिकेड लगाकर किसानों को रोक दिया। उसके बाद किसान सड़क पर कब्जा कर बैठ गए। वे देर रात से ही धरना स्थल पर रागिनी गा रहे हैं। किसानों ने धरना स्थल पर ही खाना बनाने की व्यवस्था कर रखी है। बुधवार की सुबह धरना स्थल पर किसानों ने हवन किया और कृषि कानून को वापस लेने के लिए भारत सरकार को सद्बुद्धि देने की ईश्वर से प्रार्थना की।
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व अलीगढ़, हाथरस, आगरा और गौतमबुद्ध नगर जिले के सैकड़ों किसान मंगलवार की शाम को ही नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पहुंच गए। किसान दिल्ली के जंतर मंतर जाकर धरना प्रदर्शन करना चाह रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी और बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इससे गुस्साए किसान वहीं धरने पर बैठक गए। किसानों ने मुख्य मार्ग पर ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि अगर किसान बुराड़ी में संत निरंकारी मैदान जाना चाहते हैं तो कोई नहीं रोकेगा, लेकिन जंतर मंतर नहीं जाने दिया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रदेश महासचिव बीसी प्रधान और किसान नेता बेगराज गुर्जर ने कहा कि जब तक काले कानून को वापस नहीं लिया जाएगा, वे यहां से नहीं हटेंगे। किसान ट्रैक्टर ट्राली में 30 दिन का राशन लेकर यहां आए हैं। ट्रैक्टरों में सोने की व्यवस्था है। उन्होंने अपना डेरा जमा लिया है।
नोएडा के पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) राजेश एस ने बताया कि किसानों से मंगलवार की देर रात और बुधवार की सुबह कई दौर की बातचीत कर सड़क खुलवाने की कोशिश की गई, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े हुए थे। यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए रूट को डायवर्ट किया गया था। लेकिन, बुधवार की दोपहर बाद दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर किसानों से बातचीत की गई। उसके बाद उन्होंने दिल्ली से नोएडा आने वाले मार्ग को खाली कर दिया। हालांकि वे नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर अब भी बैठे हुए हैं। डीसीपी ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर मौके पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। दिल्ली की तरफ से पुलिस और अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया है। मौके पर फायर टेंडर भी मौजूद है।