गुड इकोनॉमिक्स इज गुड पॉलिटिक्स: गोपाल कृष्ण अग्रवाल
इस
बार का बजट भारतीय अर्थव्यस्था के लिए गेमचेंजर साबित होगा:
गोपाल कृष्ण अग्रवाल
नयी दिल्ली
अर्थव्यवस्था और बजट को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल और जफर इस्लाम ने कहा कि कोविड के बाद की परिस्थितियों के मद्देनजर अर्थव्यवस्था
में जबरदस्त रिकवरी देखी जा रही है और इस बार का बजट अर्थव्यवस्था और भारत के
लोगों, दोनों के लिए गेमचेंजर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था की यथास्थिति को बनाए
रखने के लिए नहीं चुनी गई है, बल्कि इसका प्रमुख उद्देश्य आमूल-चूल परिवर्तन लाना
है। केंद्र की मोदी सरकार शुरू से ही सुधार की दिशा में आग बढ़ रही है।
भाजपा 'गुड इकोनॉमिक्स इज गुड पॉलिटिक्स' में विश्वास
करती है और उसका मानना है कि अच्छी आर्थिक नीतियों का राजनीतिक परिणाम भी सुखद
होता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि 1991 के बाद साल 2014 तक देश में कोई बड़ा आर्थिक
सुधार नहीं देखा गया। वर्तमान सुधारों को 1991 के आर्थिक सुधारों से अलग करते हुए
उन्होंने कहा कि 1991 का सुधार बाध्यता है, लेकिन वर्तमान सुधार हमारी प्रतिबद्धता
है। उन्होंने आईबीसी, जीएसटी, कृषि सुधार, श्रम कानून जैसे कई सुधारों के बारे में
बात की।
उन्होंने कहा कि वेल्थ
क्रिएटर भी इकोनॉमी के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने अन्य दूसरे क्षेत्र,
भाजपा इस इस बात को अच्छी तरह समझती है। 'V'
शेप रिकवरी को इंगित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों का जीएसटी संग्रह
एक लाख करोड़ रुपये और क्रेडिट ग्रोथ 7% को पार कर चुका है। उन्होंने कहा
कि सरकार आधारभूत ढांचों के विकास, सामाजिक सुरक्षा, कल्याणकारी कार्यो में बड़े
पैमाने पर खर्च कर रही है और नवंबर में सरकार का खर्च 248% बढ़ा
है। तीसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र में 3.4% का विकास दर्ज
किया गया है। पिछले तीन महीनों के पीएमआई आंकड़े भी बता रहे हैं कि मैन्युफैक्चरिंग
सेक्टर में बड़े पैमाने पर ग्रोथ दिख रही है ।
8 प्रमुख सेक्टर के आईआईपी आंकड़ें भी स्वस्थ विकास को
दर्शाते हैं। कोविड काल के बाद के समय में भी लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन में 87% की रिकवरी
दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि आईटी, ऑटो, फार्मास्युटिकल, एफएमसीजी, बैंकिंग व
फाइनेंस जैसे सेक्टर में उत्साहवर्द्धक विकास देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड
के बाद भारत के सभी सेक्टर में आर्थिक रिकवरी मजबूत है। कई रिपोर्ट इसकी ओर इशारा
कर रही हैं।
आरबीआई रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड के बुरे दौर के बाद आने
वाला वक्त बहुत अच्छा है। वहीं, आईएमएफ का कहना है कि आने वाले समय में भारत की
विकास दर 11.5% रहेगी। आईएमएफ के रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विश्व
में सबसे तेजी से विस्तार करने वाली सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत की होगी।
उन्होंने कहा कि 2021 के बजट में उन क्षेत्रों पर विशेष
फोकस रहेगा, जिन्हें और अधिक सपोर्ट की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस बार का
बजट रिसर्जेट इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के रास्ते को और मजबूत बनाएगा।
वहीं, श्री जफर इस्लाम ने कहा कि कोविड त्रासदी के बावजूद
भी भारत की अर्थव्यवस्था प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में 2025
तक 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करेगी । उन्होंने आगे कहा कि पीएलआई
योजना के अच्छे परिणाम आ रहे हैं और आने वाले समय में रोजगार के क्षेत्र में
बेरोजगारी दूर करने में मददगार साबित होगी।